Alaskapox Virus : हाल ही में एक और नए वायरस ‘अलास्कापॉक्स’ से पहली मौत का मामला सामने आया है। वैज्ञानिकों ने अलास्का में फैलने के कारण इसे अलास्का पॉक्स का नाम दिया। बता दे, मृतक इंसान केनाई प्रायद्वीप में रहता था और वह पिछले साल दिसंबर में अस्पताल में भर्ती हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, ये एक वायरल संक्रमण है जो इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी अपना शिकार बना रही है। आइए जाने इससे जुड़ी पूरी डिटेल्स
Alaskapox Virus :
कोरोना के आने के बाद से पूरी दुनिया में खौफ पैदा हो गया अब एक और वायरस के तेजी से फैलने की खबर आ रही है। लोग कही भी हो अगर वायरल बीमारी के बारे में थोड़ा भी सुनते हैं तो कान खड़े हो जाते है। हाल में ही अमेरिका के अलास्का प्रांत में एक व्यक्ति की अलास्कापॉक्स वायरस से मौत हो गई है। इस कारण दुनिया भर के वायरोलॉजिस्ट की नज़र इस नए वायरस पे है। बता दे आपको, ये एक संक्रामक बीमारी है जो स्तनधारी छोटे जानवरों से इंसानों में फैल रही है।
ये वायरल बीमारी अलास्का प्रांत में फैली है इसलिए, इस वायरस को अलास्कापॉक्स नाम दिया गया है और अभी तक अलास्का प्रांत में इस वायरस की चपेट में अब तक 6 लोग आए है। इस नए वायरस को लेके लोगो के मन में डर बैठा है कहीं ये वायरस कोरोना की तरह पूरी दुनिया में दस्तक तो नहीं देगी। आइए जानते है अलास्कापॉक्स क्या है, इसके लक्षण क्या है और कैसे फैलती है ये वायरस
अलास्कापॉक्स क्या है :
अलास्कापॉक्स एक वायरल बीमारी है जो इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी अपना शिकार बना रही है। इसका वैज्ञानिक नाम ऑर्थोपॉक्स रखा गया है और ये देखने में ये ईंट के जैसा लगता है औऱ ये जिसके भी शरीर पे हमला करता है उसके शरीर पर छोटे-छोटे पॉक्स यानी दाने निकल आते है। ये दाने आगे जाके गंभीर रूप ले लेते है और ये घाव भी बन सकते है। चूंकि ये नया वायरस है इसलिए इसका अभी इसका कोई इलाज या दवा नहीं है।
अलास्कापॉक्स के लक्षण :
अलास्कापॉक्स से पीड़ित लोगो की स्किन या त्वचा पे दाने पड़ जाते है और ये दाने घाव का रूप ले लेते है। इसके साथ ही त्वचा पर जलन, खुलजी होने लगती है और वहीं लिंफ नोड्स में सूजन इसका एक बड़ा लक्षण है। शरीर और मांसपेशियों में जोड़ो का दर्द होने लगता है। कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में अधिक नुकसान पंहुचा सकता है। बता दे, अभी हाल ही में संक्रमण से जिस व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी उसके मामले में कैंसर के इलाज के साथ-साथ त्वचा के घावों का भी इलाज किया जा रहा था।
कैसे फैलती है अलास्कापॉक्स :
अभी तक वायरस के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने का कोई सबूत नहीं मिले है लेकिन हाल ही में इस वायरस से जान गंवाने वाले व्यक्ति को बिल्ली ने खरोंच दिया था। कुछ अधिकारियों का मानना है कि अलास्कापॉक्स संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से फैलता है लेकिन एक ही परिवार के अन्य वायरस तब फैल सकते हैं जब एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के घावों के तरल पदार्थ के साथ कटी-फटी स्किन के संपर्क में आता है। इस वजह से अलास्का के स्वास्थ्य अधिकारी अलास्कापॉक्स घाव वाले किसी भी व्यक्ति को इसे पट्टी से ढकने की सलाह दे रहे है।
Disclaimer : प्रिय पाठक, यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद। यह खबर आपको केवल जागरूक करने के लिए लिखी गई है। आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले।
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