RBI MPC Meeting Highlights : दोस्तों आपको बता दे, हर दो महीने में RBI की मॉनिटरी पॉलिसी की मीटिंग होती है साथ ही इसमें बहुत सारे डिसिशन लिए जाते है। इस बार मॉनिटरी पॉलिसी ने लोन जो प्रोसेसिंग होता है उसको लेकर कुछ बड़े बदलाव किये है जिसकी वजह से जो ग्राहक है उनको बड़ा फायदा होगा, transparency आएगी और आपको पता चलेगा की exact amount कितना देना है कई बार आपने देखा होगा कि यहाँ बैंक आपको दिखाते कुछ और है और जब actual फीस आपसे लिया जाता होगा वो कहीं न कहीं ज्यादा होता है तो वो साड़ी चीज़ अब से ख़त्म हो जाएगी। तो आइए इससे जुड़ी सारी डिटेल्स आपको दे
RBI MPC Meeting Highlights :
RBI की मॉनिटरी पॉलिसी के द्वारा आज बताया गया है कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। (रेपो रेट वह रेट होता है जिस ब्याज दर पे जो बैंक है वो RBI से उधार लेते है) अगर रेपो रेट बढ़ेगा तो जो बैंक से आप कोई भी लोन लिए होंगे वो सभी महंगे हो जाते है। लेकिन आपको पता होगा कि रेपो रेट का जो डिसिशन होता है वो RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के द्वारा ली जाती है।
इस कमिटी में 6 मेंबर्स होते है, 3 मेंबर्स RBI की तरफ से और 3 मेंबर्स सरकार द्वारा नॉमिनेटेड होते है। तो ये लोग वोटिंग के हिसाब से डिसिशन लेते है। आपको बता दे, पिछले 6 मीटिंग्स से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वर्त्तमान समय में RBI का रेपो रेट 6.5% है।
Key Highlights :
- RBI के द्वारा जीडीपी (2024-25) में 7% होने का अनुमान लगाया गया है और अभी जो वर्त्तमान में financial year है उसमे RBI ने इसे बढ़ाकर 7.3% कर दिया है। जो की अच्छी बात है इनफैक्ट आप अगर पूरी दुनिया में देखोगे तो सबसे अच्छा ग्रोथ रेट भारत की ही देखने को मिलेगी जीडीपी के मामले में।
- RBI ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर में इन्वेस्टमेंट धीरे-धीरे बढ़ रहा है इसलिए जीडीपी भी बढ़ रहा है।
- Forex reserve में भी भारत अच्छी position पे है वर्त्तमान में भारत का Forex reserve $622.5 billion का है।
- इसके अलावा पिछले कुछ समय से RBI यहाँ पे कोशिश क्र रही है कि जो सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) जो है एक तरह से क्रिप्टोकोर्रेंसी की जगह लाने की कोशिश की जा रही है ताकि, जो डिजिटल करेंसी है उसको शुरू किया जा सके। उसके लिए जो ऑफलाइन फैसिलिटी है वो भी RBI लाने की कोशिश करेगा। इससे जो दूर दराज वाली जगह है जहां पे नेट नहीं है वहां पे इससे फायदा होगा।
- इसके अलावा जो यहाँ पे एक्सचेंज रेट है भारतीय रूपी का डॉलर के मुकाबले वो RBI के द्वारा स्टेबल बताया गया है दूसरे देश के इकॉनमी के मुकाबले।
- RBI के द्वारा Fiscal deficit भी अच्छा बताया गया है क्योंकि पिछली बार ये अनुमान लगाया गया था कि 2023-24 में हमारा Fiscal deficit 5.9% हो सकता है जीडीपी का लेकिन, अभी जो बजट आया है उसमे घटा के 5.8% किया गया है। और अगला जो financial year है 2024-25 का उसमे सरकार उसको घटाकार 5. 1% करेगी।
What RBI has done on loan?
RBI ने लोन के regarding एक बड़ा फैसला लिया है, जैसे की आप जो लोन लेते है especially रिटेल लोन जिसमे कार लोन, पर्सनल लोन, होम लोन जो भी लोन आप लेते हो और इसके साथ जो MSME लोन लेते है उनके लिए RBI ने बहुत बड़ी पारदर्शिता लाई है। मतलब की आप जहां से भी लोन लेंगे वहां ने उनको अब एक Key Fact Statement (KFS) जारी करना होगा। (KFS– मान लो की आप कहीं पे गए बैंक गए या कहीं और गए तो आप पूछते होंगे कि यहाँ का इंटरेस्ट रेट कितना है जो आपको बैंक बताता होगा जैसे की होम लोन का रेट 8.8% इंटरेस्ट रेट है तो आपको लगता होगा की यहाँ पे लोन सस्ता मिल रहा है लेकिन वो बैंक कई बार पीछे से प्रोसेसिंग फीस ज्यादा कर देता है और कई बार अगर आप किसी समय EMI नहीं पाय कर पाए तो, आपके ऊपर जो जुर्माना लगाया जाता है वो बहुत ज्यादा होता है तो वो सारी चीज़ पहले आपको सही से नहीं बताई जाती है।)
लेकिन अब यहाँ पे जो आप लोन लेंगे उसमे आपको एक Key Fact Statement (KFS) दिया जाएगा कि आपका actual में overall charges क्या है और उसके अलावा बैंक और कोई charges नहीं ले सकता इसके अलावा जो Fintech होता है वह से भी लोन लिया जाता है तो उसके लिए भी यही नियम होंगे।
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