RBI DIGITA News : भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (आरबीआई) जल्द ही ऑनलाइन फ्रॉड पर रोक लगाने के लिए डिजिटल इंडिया ट्रस्ट एजेंसी (DIGITA) की घोषणा कर सकता है।
RBI DIGITA :
भारत में आज कल तेजी से ऑनलाइन फ्रॉड के मामले बढ़ रहे है ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने डिजिटल इंडिया ट्रस्ट एजेंसी (DIGITA) की स्थापना करने का ऐलान कर चुका है। डिजिटा (DIGITA) के आ जाने के बाद सिर्फ वही ऐप चलेंगे जिनके पास डिजिटा का वेरिफिकेशन होगा यानि कि डिजिटा के आ जाने से देश में बढ़ते कर्ज और अवैध ऐप पर रोक लगेगी। इसके होने से जितने भी फ़र्ज़ी ऐप है वो सब की धरपकड़ करना आसान हो जाएगा और इसके साथ ही इन ऐप को गूगल प्ले स्टोर पर से भी हटा दिया जाएगा।
क्या है आरबीआई की DIGITA?
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) डिजिटल इंडिया ट्रस्ट एजेंसी (DIGITA) को ऑनलाइन फ्रॉड पर रोकथाम के लिए ला रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह डिजिटल वर्ल्ड में अवैध ऐप पर जांच पड़ताल करके उसे हटाएगा। जिन ऐप के पास डिजिटा का वेरिफिकेशन नहीं होगा उन्हें अवैध ऐप माना जाएगा। अगर किसी भी कंपनियों को फाइनेंशियल सेक्टर में काम करना है तो उन्हें डिजिटल इंडिया ट्रस्ट एजेंसी (DIGITA) से ऐप की जांच करानी होगी। इस एजेंसी ऐप का काम होगा कि वे सभी फाइनेंशियल सेक्टर वाले ऐप को जांच करने के बाद इसका रिपोर्ट आरबीआई (RBI) को देगी। डिजिटा आ जाने के बाद ग्राहकों को सही ऐप की भी पहचान मिलेगी।
RBI plans to combat cyber fraud via DIGITA, verifying apps to enhance law enforcement. Transparency in digital lending improves with the removal of unscrupulous apps.https://t.co/NnPOMG4QNy
— The Times Of India (@timesofindia) March 31, 2024
ऐप की पहचान हो जाएगी आसान :
डिजिटल इंडिया ट्रस्ट एजेंसी (DIGITA) के आ जाने के बाद सही ऐप को पहचानना आसान हो जाएगा। पिछले कुछ सालो में देखे तो फाइनेंशियल सेक्टर में डिजिटल लोन का हिस्सा काफी बढ़ा है और इस वजह से डिजिटल फर्जीवाड़ा भी तेजी से बढ़ गया है। बहुत से लोग है जो इन फ़र्ज़ी ऐप के चक्कर में फसी है और इसकी संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिला है। इसलिए, डिजिटा के आने से डिजिटल लोन सेक्टर में भी काफी पारदर्शिता देखने को मिलेगी।
करीब 2200 ऐप हटा चुका है गूगल :
ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने के लिए करीब 2200 ऐप हटा चुका है गूगल। डिजिटा के आने के बाद से गूगल भी प्लेस्टोर पर उसी फाइनेंसियल ऐप को रखेगा जिसे डिजिटा के द्वारा मंजूरी मिली हो और जिस ऐप को मंजूरी न मिली हो उसे अवैध बताया जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 से लेकर साल 2023 तक में गूगल ने 2200 डिजिटल लैंडिंग ऐप को गूगल प्लेस्टोर से हटाया है और हाल में ही RBI ने भी आईटी मंत्रालय को 442 डिजिटल लैंडिंग ऐप की रिपोर्ट सौपी है इसके बाद गूगल को भी इस ऐप पर कार्यवाई करना होगा। दरअसल, गूगल की नई पॉलिसी के अनुसार गूगल उन्ही ऐप को मंजूरी देगा जिन्हे भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से मंजूरी मिली हो।