Kalki Dham Temple : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखी। इस आयोजन में उन्हें कांग्रेस से निष्कासित नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आमंत्रित किया था। कल्कि को विष्णु भगवान का आखिरी अवतार कहा जाता है। पुराणों में यह भी मान्यता है कि कलयुग के आखिर में, जब धरती पर पाप बहुत बढ़ जाएगा और धर्म पर संकट आएगा, तब उस समय भगवान अवतार लेंगे..
नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संभल जिले में कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखी. साथ ही नेताओं और संतों की उपस्थिति वाली एक सभा को संबोधित करते हुए, मोदी ने कहा कि “कई अच्छे काम थे जिन्हें करने के लिए कई लोगों ने मुझे छोड़ दिया है“।
प्रधानमंत्री मोदी को इस कार्यक्रम में आचार्य प्रमोद कृष्णम के द्वारा आमंत्रित किया गया था, जिन्हें उनकी पार्टी विरोधी टिप्पणियों के लिए उन्हें छह साल की तक के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था।
आपको बता दे की इस शिलान्यास से पहले बात करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “लाखों भक्त यहां मौजूद होंगे। दुनिया कल्कि धाम से पीएम मोदी को सुनने का इंतजार कर रही है। यह हमारे ‘सनातन धर्म‘ और देश के लिए गर्व का क्षण है… प्रधानमंत्री मोदी आज यहां श्री कल्कि धाम का शिलान्यास करने आ रहे हैं…”
इस समारोह के बाद, मोदी पिछले साल फरवरी में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के दौरान प्राप्त निवेश प्रस्तावों के चौथे ग्राउंडब्रेकिंग समारोह में पूरे उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ अधिक की करीब 14,000 परियोजनाओं का भी शुभारंभ करेंगे।
भगवान कल्कि कौन हैं ?
भगवान श्री कल्कि, विष्णु के 10वें अवतार होंगे, जिनका अवतरण अभी होना बाकि है। बता दे कि कल्कि पुराण के मुताबिक जब कलयुग में पाप बढ़ जाएगा, हर तरफ अंधेरा छाया होगा और धर्म पर संकट मडराने लगेगा तब, भगवान श्री विष्णु कल्कि के रूप में धरती पर अवतार लेंगे। इस पुराण के मुताबिक भगवान श्री विष्णु सावन महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को संभल में अवतार लेंगे।
क्या हुआ था 500 वर्ष पहले ?
आज से 500 साल पहले उत्तर प्रदेश के संभल जिले में भगवान श्री कल्कि का मंदिर हुआ करता था, लेकिन उस वक़्त भगवान की मंदिर को तोड़कर वहां मस्जिद बनवा दी गई थी। इस मस्जिद का निर्माण भारत देश में मुगल वंश की नींव रखने वाले बाबर ने करवाया था। कम लोगों को ही ये पता है कि मुगल शासक बाबर ने अपने जीवन काल में कुल तीन मस्जिदों का निर्माण करवाया था। जिसमें पानीपत में काबुली बाग मस्जिद,अयोध्या में बाबरी मस्जिद,और संभल की शाही जामा मस्जिद शामिल है।
क्या लिखा गया है श्रीमद्भागवत गीता भगवान श्री कल्कि के बारे में ?
गीता के 12वें स्कंद में भी भगवान विष्णु के कल्कि अवतार का वर्णन किया गया है और ये बताया गया है कि कलयुग के आखिर और सतयुग के संधि काल में भगवान श्री विष्णु कल्कि के तौर पर अवतार लेंगे। इसके साथ ही जब सूर्य और चंद्रमा गुरु,एक साथ पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, उस समय भगवान श्री कल्कि का विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर में जन्म होगा. वह 64 कलाओं से युक्त होंगे और सफेद घोड़े पर सवार होंगे।
श्रीमद्भागवत के 12वें स्कंद में यह लिखा है– कि संभल गांव में विष्णुयश नाम के एक ब्राह्मण महात्मा होंगे, जो बड़े ही उदार हृदय वाले होंगे. भगवान कल्कि इन्हीं ब्राह्मण के घर अवतार लेंगे।
कल्कि मंदिर को बाबर ने अपने शासन काल में तुड़वाया था :
इतिहासकारों की माने तो जब बाबर ने पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहिम लोदी को हरा दिया था और फिर अपनी इस जीत की तारीख को याद करने के लिये वहां काबुली बाग मस्जिद का निर्माण कराया था। बाबर ने इस मस्जिद का नाम अपनी पत्नी काबुली बेगम के नाम पे रखा था। इसी तरह अयोध्या में राम मंदिर को तोड़कर उसने वहां बाबरी मस्जिद बनवाई. और फिर तीसरी मस्जिद संभल में बनवाई।
इतिहासकारों की माने तो संभल में जिस जगह शाही जामा मस्जिद का निर्माण करवाया गया था, वहां कभी भगवान कल्कि का मंदिर हुआ करता था। उनके मुताबिक वर्ष 1528 में बाबर के कहने पर उसके वफादार मीर बेग ने कल्कि मंदिर को तहस–नहस कर दिया था और मंदिर के स्थान पर ही मस्जिद की तामीर कराई। आज भी कल्कि मंदिर की दीवार में मंदिर के अवशेष नजर आ जाते है।
अयोध्या के राम मंदिर से क्या कनेक्शन है ?
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने संभल में भव्य कल्कि मंदिर बनवाने का संकल्प लिया था और अब कल्कि पीठ मंदिर निर्माण करवा रहे है। आपको बता दे, संभल जिले में बन रहे कल्कि मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर के बीच बहुत सारी समानताएं भी है। आपको बता दे कि – कल्कि मंदिर का निर्माण भी उसी गुलाबी पत्थरों से होगा जिससे अयोध्या में श्री रामलला का मंदिर बना है। भगवान कल्कि का मंदिर भी भव्य बनने जा रहा है ये 5 एकड़ में फैला होगा। इसकी शिखर की ऊंचाई 108 फीट होगी और साथ ही 11 फीट की ऊंचाई पर मंदिर का चबूतरा बनेगा।
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